सोमवार का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए कुछ खास अच्छा नहीं रहा. बाजार बंद होने के समय सेंसेक्स 169 अंकों की गिरावट के साथ 71315 पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी भी
38 अंकों की गिरावट के साथ 21,418 के स्तर पर बंद हुआ. आज के कारोबार में रियल्टी सेक्टर में भारी बिकवाली देखने को मिली, जिसने बाजार के सेंटीमेंट को बिगाड़ा. हालांकि, फार्मा सेक्टर में आज जोरदार तेजी रही और इस सेक्टर के प्रमुख स्टॉक 1000 अंकों तक ऊपर चढ़ते हुए नजर आए.
रियल्टी सेक्टर में बिकवाली का दबाव:
आज के कारोबार में रियल्टी सेक्टर में भारी बिकवाली देखने को मिली. इस सेक्टर के प्रमुख इंडेक्स निफ्टी रियल्टी में 5% से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई. रियल्टी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली का मुख्य कारण ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका और महंगाई का बढ़ता स्तर माना जा रहा है. हाल ही में आई आरबीआई की मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो रेट में बढ़ोतरी की संभावना जताई गई थी, जिससे बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ गया. इसके अलावा, महंगाई के बढ़ते स्तर ने भी लोगों की खरीद क्षमता को कमजोर किया है, जिसका असर रियल्टी सेक्टर पर पड़ रहा है.
फार्मा सेक्टर में जोरदार तेजी:
आज के कारोबार में फार्मा सेक्टर में जोरदार तेजी देखने को मिली. इस सेक्टर के प्रमुख इंडेक्स निफ्टी फार्मा में 2% से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की गई. फार्मा कंपनियों के शेयरों में तेजी का मुख्य कारण विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ना और कुछ कंपनियों के मजबूत तिमाही नतीजे माने जा रहे हैं. हाल ही में कई फार्मा कंपनियों ने मजबूत तिमाही नतीजे जारी किए हैं, जिससे विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी इस सेक्टर में बढ़ी है. इसके अलावा, वैश्विक स्तर पर महामारी की आशंका के चलते भी फार्मा कंपनियों के शेयरों में तेजी देखने को मिल रही है.
बाजार का आगे का रुख:
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में बाजार की दिशा वैश्विक संकेतों और घरेलू आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेगी. अगर वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख बना रहता है और घरेलू आर्थिक आंकड़े अच्छे आते हैं तो बाजार में तेजी कायम रह सकती है. हालांकि, अगर वैश्विक बाजारों में गिरावट आती है या घरेलू आर्थिक आंकड़े निराशाजनक होते हैं तो बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ सकता है.
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
बाजार की मौजूदा स्थिति को देखते हुए निवेशकों को सावधानी से निवेश करना चाहिए. उन्हें बाजार के उतार-चढ़ाव के लिए तैयार रहना चाहिए और अपने जोखिम को कम करने के लिए विविधीकरण को प्राथमिकता देनी चाहिए. निवेशकों को अपनी निवेश योजना को समय-समय पर समीक्षा करनी चाहिए और जरूरत पड़ने पर उसमें बदलाव करना चाहिए.
निष्कर्ष
सोमवार के कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट देखने को मिली. इस गिरावट के पीछे कई कारण हैं, जिनमें शामिल हैं: ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका, महंगाई का बढ़ता स्तर और वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव. आने वाले दिनों में बाजार की दिशा वैश्विक संकेतों और घरेलू आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेगी. निवेशकों को सावधानी से निवेश करना चाहिए और बाजार के उतार-चढ़ाव के लिए तैयार रहना चाहिए.